दमोह के मिशन अस्पताल में हुई 7 मौतो के मामले में फर्जी डॉक्टर एन जॉन कैम की रिमांड का आज चौथा दिन है दमोह एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने खुलासा करते हुए बताया कि जांच के दौरान फर्जी डॉक्टर के प्रयागराज स्थित घर पर दोबारा सर्चिंग की गई जिसमें पूरी की पूरी फर्जी डॉक्यूमेंट बनाने की एक लैब बरामद की गई है जिसमें कई फर्जी डॉक्यूमेंट प्रिंटर, सीले,डॉक्यूमेंट बनाने वाले पेपर, आधार कार्ड, और कई आईडी कार्ड भी बरामद हुए हैं।

वही कानपुर स्थित है डॉक्टर के परिवार से भी पुलिस ने पूछताछ की है, वही दमोह एस पी की माने तो फर्जी डिग्री की एक एफ आई आर 2013 में नोएडा में इसी डॉक्टर के खिलाफ की गई थी इसके बाद से यह फरार बताया जा रहा था इस बात को लेकर नोएडा पुलिस से दमोह पुलिस का पत्राचार लगातार जारी है कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि फर्जी डॉक्टर पहले भी देश के कई हिस्सों में फर्जी डॉक्टरी कर चुका है और लोगों को मौत के घाट उतार चुका है।









