मध्यप्रदेश और तेलंगाना को सीधे जोड़ने के लिए इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे का निर्माण तेज़ी से हो रहा है। यह एक्सप्रेसवे भारतमाला परियोजना के तहत बनाया जा रहा है, जिसकी कुल लंबाई 713 किलोमीटर होगी। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद इंदौर से हैदराबाद की दूरी 157 किलोमीटर कम हो जाएगी और यात्रा में लगने वाला समय भी 3 घंटे तक घट जाएगा।
इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे का रूट और निर्माण प्रक्रिया
यह हाईवे इंदौर से शुरू होकर बड़वाह, बुरहानपुर, इच्छापुर होते हुए महाराष्ट्र और तेलंगाना से होते हुए हैदराबाद तक पहुंचेगा। रास्ते में यह कई प्रमुख शहरों से गुजरेगा, जिनमें शामिल हैं:
- मध्यप्रदेश: इंदौर, बड़वाह, बुरहानपुर
- महाराष्ट्र: मुक्ताईनगर, जलगांव, अकोला, हिंगोली, नांदेड
- तेलंगाना: मंगलूर, रामसनपल्ली, संगारेड्डी, हैदराबाद
15,000 करोड़ की लागत से बनेगा हाईवे
इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे को नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा 15,000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है। अभी इंदौर से हैदराबाद की दूरी 876 किलोमीटर है, जिसे यह हाईवे 713 किलोमीटर तक सीमित कर देगा। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि ईंधन और लॉजिस्टिक्स पर आने वाला खर्च भी कम हो जाएगा।
क्या होगा एक्सप्रेसवे बनने से फायदा?
- आईटी कंपनियों को मिलेगा फायदा
- इंदौर और हैदराबाद दोनों ही आईटी सेक्टर के हब हैं। इस हाईवे के बनने से आईटी कंपनियों का सीधा कनेक्शन होगा, जिससे टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप सेक्टर को काफी बढ़ावा मिलेगा।
लॉजिस्टिक्स और व्यापार में सुधार
इस हाईवे से ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स बेहतर होंगे। इंदौर के बिजनेसमैन आसानी से अपना सामान दक्षिण भारत तक पहुंचा सकेंगे, जिससे व्यापारिक संभावनाएं बढ़ेंगी।
यात्रा समय में कमी
- वर्तमान में इंदौर से हैदराबाद पहुंचने में 18 घंटे लगते हैं, लेकिन इस हाईवे के बनने के बाद यह समय केवल 10 घंटे रह जाएगा।
- पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
इस हाईवे से मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना के प्रमुख पर्यटन स्थलों तक पहुंचना आसान हो जाएगा, जिससे टूरिज्म सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा। - गांवों का विकास
हाईवे बनने से छोटे गांव और कस्बे मुख्य मार्ग से जुड़ जाएंगे, जिससे वहां आर्थिक विकास होगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।