MP News: जापान में लहराया सागर का परचम आयुषी अग्रवाल ने पावरलिफ्टिंग में जीता ब्रॉन्ज मेडल

MP News: जरूरी नहीं कि रोशनी चिरागों से ही हो। बेटियां भी घर में उजाला करती हैं। एक ऐसी ही बेटी है जिसने न सिर्फ अपने मां-बाप और परिवार का मान बढ़ाया, बल्कि मध्य प्रदेश के सागर का नाम भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन ...

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MP News: जापान में लहराया सागर का परचम आयुषी अग्रवाल ने पावरलिफ्टिंग में जीता ब्रॉन्ज मेडल

MP News: जरूरी नहीं कि रोशनी चिरागों से ही हो। बेटियां भी घर में उजाला करती हैं। एक ऐसी ही बेटी है जिसने न सिर्फ अपने मां-बाप और परिवार का मान बढ़ाया, बल्कि मध्य प्रदेश के सागर का नाम भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर दिया।यह हैं आयुषी अग्रवाल जो सागर के मशहूर अप्सरा ज्वेलर्स के अशोक अग्रवाल की बेटी हैं। आयुषी ने देश को गौरवान्वित करते हुए जापान के हेमेदी शहर में आयोजित एशिया अफ्रीका पैसिफिक अंतरराष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में 76 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता है।

 425 किलोग्राम वजन उठाकर तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड

आयुषी ने इस प्रतियोगिता में कुल 425 किलोग्राम वजन उठाकर न सिर्फ अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा, बल्कि यह सफलता तीन वर्षों की अथक मेहनत का नतीजा है। उन्होंने इस खेल की बारीकियां सीखने के लिए रोजाना 160 किलोमीटर का सफर तय किया और लगातार दो वर्षों तक इस मेहनत को जारी रखा।

 देश का नेतृत्व कर किया सागर को गौरवान्वित

5 जुलाई से 14 जुलाई तक चली इस अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में आयुषी ने भारत का प्रतिनिधित्व किया और देश के लिए पदक जीतकर सागर के माथे पर गर्व का ताज सजा दिया।

 नेशनल स्तर पर भी किया धमाल

राष्ट्रीय स्तर पर भी आयुषी अग्रवाल की उपलब्धियाँ कम नहीं हैं। वह अब तक एक गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं।

 पिता-बेटी के विश्वास ने किया चमत्कार

बेटियों को बाहर भेजने में जहां लोग संकोच करते हैं, वहीं पिता अशोक अग्रवाल ने अपनी बेटी पर विश्वास जताया और आयुषी ने अपनी मेहनत पर। जब पिता और बेटी का यह भरोसा एक हुआ, तो सागर को गर्व का पल मिल गया।

 सागर में भव्य स्वागत की तैयारियां

इस सफलता के बाद आयुषी के सागर आगमन पर भव्य स्वागत की तैयारियाँ जोरों पर हैं। सागर की यह बेटी आज पूरे शहर का सीना गर्व से ऊंचा कर चुकी है।

 बेटियों को दें सहारा वे बनाएंगी इतिहास

प्रतिभा हर बेटी में होती है, बस ज़रूरत है मां-बाप के समर्थन की। आयुषी जैसी बेटियां कभी अपने मां-बाप को निराश नहीं करतीं।

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