MP News: एक नदी गुस्से में बह रही है। बहाव बेहद तेज है। अचानक से नदी का बहाव तेज हुआ है और एक टापू नुमा जगह पर छह दोस्त फंस गए। यह सभी मछली पकड़ने गए थे। यह चंबल नदी है, जिसका पानी ही गुस्से वाला है। जहां-जहां से यह निकलती हैं, वहां का इंसानी खून भी गर्म रहता है।देश में सभी जगह बेहद बारिश का दौर है। कई सालों बाद रेगिस्तान की गर्म जमीन अब ठंडी हुई है। इस गर्म जमीन में भी बारिश का कहर जारी है।
चंबल का कहर पांच बहे एक की बची जान
चंबल के तेज बहाव में छह दोस्त फंस गए। राजस्थान के कोटा इलाके की यह तस्वीरें हैं, जिनमें पांच कभी वापस नहीं आ पाएंगे। जबकि एक टापू नुमा जगह पर फंस गया, जिसे रेस्क्यू कर बचा लिया गया।अचानक कोटा बैराज से पानी छोड़ने के बाद चंबल नदी उफान पर आ गई। चंबल नदी में दीगौर थाना इलाके के निमोद हरी जी के नजदीक चौथ माता का मंदिर स्थित है, जहां पर छह लोग फंस गए। इसमें से पांच लोग बह गए। सभी मछली पकड़ने गए थे।इनमें से एक नदी के बीच स्थित टापू में फंसा हुआ रहा, जिसे बचा लिया गया है। बह गए लोगों की तलाश की जा रही है। घटना स्थल से 10 किमी दूर मंडवारा पुलिया के नजदीक एक युवक का शव मिल गया है, जिसकी पहचान आंसू के रूप में की गई।
प्रत्यक्षदर्शियों की आंखों देखी
चंबल नदी के किनारे लोग बताते हैं कि देखते-देखते लोग पानी में बहने लगे। दीगोद थाना प्रभारी मेहता ने बताया है कि उन्हें छह लोगों के फंसने की सूचना मिली थी, जिसके बाद वे मौके पर आए।उनके आने से पहले तीन व्यक्ति चंबल नदी के तेज बहाव में बह चुके थे। उनके सामने ही बाकी तीन व्यक्ति और बह गए। इनमें से एक व्यक्ति टापू पर नजर आया, जबकि शेष पांच व्यक्ति चंबल नदी के बहाव में आगे निकल गए थे। इसमें एक युवक का शव बरामद कर लिया गया है।
नदी में ना करें लापरवाही, सेकंडों में बदलता है रूप
नदी के आसपास या नदी के बीचोंबीच भले नदी चढ़ी ना हो, कतई ना जाएं क्योंकि सेकंडों में नदी का बहाव तेज होता है और सेकंडों में सैलाब आता है। यही नदी के बहाव की पहचान है। फिलहाल चंबल नदी पांच लोगों को लील गई। एक बच गया जिसे रेस्क्यू कर पुलिस ने बचाया है।