Saina Nehwal: भारतीय बैडमिंटन स्टार और ओलंपिक मेडलिस्ट साइना नेहवाल और उनके पति परुपल्ली कश्यप एक-दूसरे से अलग हो गए हैं। दोनों ने 14 दिसंबर 2018 को शादी की थी, लेकिन अब सात साल बाद उनका यह रिश्ता टूट गया है।
सोशल मीडिया के जरिए दी जानकारी
साइना ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपने अलगाव की जानकारी दी। उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, “जिंदगी कभी-कभी हमें अलग-अलग दिशाओं में ले जाती है। बहुत सोच-विचार के बाद परुपल्ली कश्यप और मैंने अलग होने का फैसला किया है। हम अपने और एक-दूसरे के लिए शांति, विकास और अच्छी सेहत का चुनाव कर रहे हैं। मैं उन यादों के लिए आभारी हूं और आगे के लिए केवल शुभकामनाएं ही चाहती हूं।”
कठिन समय में फैंस को कहा धन्यवाद
35 वर्षीय साइना ने इस कठिन समय के दौरान कश्यप और उनकी निजता को समझने और उसका सम्मान करने के लिए प्रशंसकों का धन्यवाद भी किया है।
चोटों ने प्रभावित किया करियर
सितंबर 2024 में एक पॉडकास्ट के दौरान साइना ने अपने खेल को लेकर कहा था कि उनके घुटनों की स्थिति अच्छी नहीं है। उन्होंने बताया था, “मुझे गठिया है। मेरा कार्टिलेज खराब हो गया है। ऐसे में 8–9 घंटे तक खेल से जुड़े रहना बहुत मुश्किल है।”
ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी
साइना ने लंदन ओलंपिक 2012 में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था। वे ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनी थीं। इसके अलावा, राष्ट्रमंडल खेल 2010 और 2018 में उन्होंने स्वर्ण पदक जीते।
करियर की शुरुआत में ही दिखाया दम
2008 में बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर चैंपियनशिप जीतने के साथ साइना ने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की। 2009 में वह बीडब्ल्यूएफ सुपर सीरीज जीतने वाली पहली भारतीय बनीं। उन्हें 2009 में अर्जुन पुरस्कार और 2010 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
परुपल्ली कश्यप भी रहे हैं बड़े खिलाड़ी
सायना के पति परुपल्ली कश्यप भी एक दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी रहे हैं। 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने प्रकाश पादुकोण और पुलेला गोपीचंद से प्रशिक्षण लिया।
ओलंपिक क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे थे कश्यप
कश्यप ओलंपिक क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। 2012 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की थी। 2013 में उन्होंने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग छठे स्थान पर हासिल की थी। हालांकि, वह लगातार चोटों से जूझते रहे और इसी कारण खेल में निरंतरता नहीं रख पाए।









