Join Whatsapp Group

Sawan 2025: 29 दिन का महीना, जानिए सोमवार की तिथियां और व्रत की विधि

Sawan 2025: सावन का महीना शुरू हो चुका है और सावन का महीना इस बार 30 दिन का ना होकर 29 दिन का ही रहेगा। आइए और देखते हैं दोस्तों कि इस बार आखिर सावन में पहला सोमवार और आखिरी सोमवार कब-कब आ रहा ...

Published

Sawan 2025: 29 दिन का महीना, जानिए सोमवार की तिथियां और व्रत की विधि

Sawan 2025: सावन का महीना शुरू हो चुका है और सावन का महीना इस बार 30 दिन का ना होकर 29 दिन का ही रहेगा। आइए और देखते हैं दोस्तों कि इस बार आखिर सावन में पहला सोमवार और आखिरी सोमवार कब-कब आ रहा है, किस तारीख को किस दिन पड़ रहा है और सावन के पहले सोमवार के दिन महादेव की पूजा का भी विशेष महत्व होता है। तो पहले सोमवार को आपको किस तरह से पूजा करनी चाहिए, यह भी अपन जानेंगे। इस बार सावन पर बहुत ही दुर्लभ संयोग मिल रहे हैं। भोलेनाथ खुद पृथ्वी पर आ रहे हैं। तो सावन के महीने में भूलकर भी आप यह 10 काम ना करें। अगर आपने यह महत्वपूर्ण जानकारियां नहीं देखी हैं तो यह तो अवश्य देख लीजिएगा।

सावन 29 दिन का क्यों?

अभी अपन देखते हैं कि इस बार सावन आखिर 29 दिन का ही क्यों हो रहा है और सावन का पहला और अंतिम सोमवार कब आएगा और कुल कितने सोमवार रहने वाले हैं।हिंदू धर्म में आस्था और शुभ संयोग वाले पावन महीने की शुरुआत सावन के साथ ही हो गई है। 11 जुलाई से सावन शुरू हुआ इस साल जो कि 9 अगस्त तक अगले महीने की तारीख तक सावन का अंतिम दिन रहेगा। जिस दिन सावन का महीना खत्म होगा उसी दिन रक्षाबंधन का पर्व भी है और इस बार सावन का महीना सिर्फ 29 दिनों का ही होने वाला है।

अमूमन देखा जाए तो सावन का महीना हर साल लगभग 30 दिन का होता है। लेकिन इस बार एक दिन घटकर आखिरी 29 दिन का ही हो गया है। मतलब इस बार सावन छोटा हो रहा है और इसके पीछे बड़ी वजह यह है कि सावन के महीने में इस बार त्रयोदशी तिथि का क्षय हुआ है। क्योंकि त्रयोदशी तिथि के बजाय दो हिंदी तिथियां एक साथ आने वाली हैं। तो यही वजह है कि इस बार सावन 30 का नहीं बल्कि 29 दिन का ही होगा।

सावन के सोमवार

और बात करें दोस्तों सावन में सोमवार के दिन की जो कि भोलेनाथ महादेव की पूजा के लिए बहुत ही खास और विशेष दिन होता है। तो इस बार सावन के महीने में कुल चार सोमवार पड़ेंगे।

  • पहला सोमवार: 14 जुलाई
  • दूसरा सोमवार: 21 जुलाई
  • तीसरा सोमवार: 28 जुलाई
  • चौथा सोमवार: 4 अगस्त

यानि सावन के चार में से तीन सोमवार तो इसी महीने जुलाई में ही आने वाले हैं। राइट?

व्रत और पूजा का महत्व

सावन के महीने में हर सोमवार के दिन शादीशुदा महिलाओं या कुंवारी कन्याओं के लिए व्रत रखने का विशेष खास महत्व होता है। जो कुंवारी कन्याएं हैं अपने मनपसंदीदा वर को पाने की इच्छा में महादेव का व्रत रखती हैं और पूरे सावन अगर आप व्रत नहीं कर पा रही हैं तो वे लड़कियां या महिलाएं सावन के सोमवार सोमवार का व्रत कर सकती हैं। क्योंकि पूरे सावन का व्रत रखने के बराबर ही फल मिलता है। सावन के सभी सोमवार का व्रत रखने से भी। हमारे शास्त्रों में भी सावन के महीने को काफी शुभ और सिद्धि वाला महीना माना गया है।

सावन सोमवार पूजा विधि

अब ऐसे में सोमवार के दिन महादेव की पूजा कैसे करनी चाहिए और महादेव की पूजा के दौरान कुछ महत्वपूर्ण बातें भी आपको जरूर जान लेनी चाहिए।इस बार दोस्तों वैदिक पंचांग के मुताबिक सावन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर सावन का पहला सोमवार पड़ रहा 14 जुलाई को जैसा कि मैंने आपको बताया। तो सावन के पहले सोमवार का व्रत भी 14 जुलाई को रखा जाएगा और इसी दिन गजानन संकष्टी चतुर्थी भी मनाई जाएगी। इस दिन भगवान गणेश जी की भी पूजा की जाती है।

पूजा विधि:

  • सबसे पहले दिन की शुरुआत महादेव के नाम के साथ करें।
  • स्नान करने के बाद सूर्य को जल अर्पित करें।
  • घर के मंदिर की सफाई करें और गंगाजल का छिड़काव करें।
  • भगवान शिव का अभिषेक करें और देसी घी का दीपक जलाकर पूजा अर्चना करें।
  • भगवान शिव को गंध, पुष्प, धूप, बेलपत्र, अक्षत आदि अर्पित करें।
  • व्रत कथा, शिव मंत्र और शिव चालीसा का पाठ करें।
  • भोलेनाथ को फल और मिठाई का भोग लगाएं।

सावधानियां

  • महादेव की पूजा करते दौरान इन बातों का हमेशा ध्यान रखें:
  • तामसिक भोजन का सेवन ना करें।
  • मांसाहार, मांस, मछली, मीठ आदि से परहेज करें।
  • काले कपड़े ना पहनें।
  • वाद-विवाद, क्रोध, झगड़े से बचें।
  • किसी के बारे में गलत ना सोचें।
  • घर की सफाई का ध्यान रखें।

घर में पूजा करने के बाद शिव मंदिर जाएं और शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। गंगाजल, दूध, शहद आदि अर्पित करें।ध्यान रहे जल चढ़ाते समय मुंह उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए।

मंगला गौरी व्रत की तिथियां

  • इस बार श्रावण में चार मंगला गौरी व्रत होंगे:
  • पहला मंगला गौरी व्रत: 15 जुलाई
  • दूसरा व्रत: 22 जुलाई
  • तीसरा व्रत: 29 जुलाई (नाग पंचमी भी इसी दिन)
  • चौथा व्रत: 5 अगस्त (पुत्रदा एकादशी भी इसी दिन)

बतौर पत्रकार जुड़िए न्यूज़ एमपी तक से

Apply Form