MP News: दमोह में सीएम राइज स्कूल की छत गिरी, बाल-बाल बचे बच्चे

MP News: दमोह जिले में स्थित सीएम राइज संदीपनी विद्यालय में शनिवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। स्कूल की सीलिंग का हिस्सा अचानक गिर गया, जिससे कक्षा में मौजूद बच्चे बाल-बाल बच गए। घटना उस समय हुई जब कक्षा पांचवी की क्लास ...

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MP News: दमोह में सीएम राइज स्कूल की छत गिरी, बाल-बाल बचे बच्चे

MP News: दमोह जिले में स्थित सीएम राइज संदीपनी विद्यालय में शनिवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। स्कूल की सीलिंग का हिस्सा अचानक गिर गया, जिससे कक्षा में मौजूद बच्चे बाल-बाल बच गए। घटना उस समय हुई जब कक्षा पांचवी की क्लास संचालित हो रही थी।छत के बड़े-बड़े टुकड़े बच्चों की सीट की जगह डेस्क पर गिरे, जिससे दो बच्चों को मामूली चोटें आईं। शिक्षक ने तुरंत प्राथमिक उपचार कर बच्चों के परिजनों को बुलाया और उन्हें घर भेज दिया गया। इसके बाद कक्षा पांच की छुट्टी कर दी गई।

अधूरी बिल्डिंग, तीन कमरों में पांच कक्षाएं

जानकारी के अनुसार, स्कूल में तीन कमरों में पांच कक्षाएं चलाई जा रही हैं। सीएम राइज संदीपनी विद्यालय का नया भवन अभी अधूरा है। ठेकेदार बीते दो वर्षों से निर्माण कार्य पूरा कर स्कूल को हैंडओवर करने का आश्वासन देता आ रहा है, लेकिन अब तक काम अधूरा ही पड़ा है।

दो पालियों में चल रही पढ़ाई

जिला मुख्यालय स्थित इस स्कूल में कक्षा एक से पांचवी तक की पढ़ाई पाठक कॉलोनी में संचालित की जा रही है, जबकि कक्षा छठवीं से बारहवीं तक के छात्रों को एक किलोमीटर दूर सिविल वार्ड भेजा जा रहा है। जगह की कमी के चलते स्कूल को दो पालियों में संचालित किया जा रहा है।

शिक्षक ने पहले ही जताई थी आशंका

स्कूल के एक शिक्षक ने बताया कि हादसे के समय वह कक्षा में पढ़ा रहे थे। उन्होंने कहा, “यह तो शुक्र है कि मलवा डेस्क पर गिरा। चेयर पर गिरता तो बच्चों को गंभीर चोट आ सकती थी।” उन्होंने बताया कि इससे पहले भी उन्होंने प्रिंसिपल को छत की खराब स्थिति के बारे में सूचित किया था, लेकिन विकल्प न होने की वजह से उसी कमरे में क्लास ली जा रही थी।

160 बच्चों पर तीन कमरे, गर्मी और बारिश से हाल बेहाल

शिक्षक ने बताया कि स्कूल में कुल 160 बच्चे हैं, लेकिन केवल तीन कमरे हैं। “एक कमरे में तीन सेट में बच्चों को बैठाना पड़ता है। इतनी गर्मी में पांच-छह साल के बच्चों को लंबे समय तक बैठाना बहुत कठिन होता है।”उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल भवन के पास ही एक तालाब है, जिससे बारिश के मौसम में स्कूल परिसर में पानी भर जाता है। फिलहाल स्कूल प्रबंधन और शिक्षक परेशान हैं कि इस हालात में शिक्षा व्यवस्था कैसे संचालित की जाए।

प्रशासन को भेजी जानकारी

शिक्षक ने बताया कि घटना के तुरंत बाद उन्होंने लिखित में जानकारी स्कूल प्रिंसिपल को दी और फोटो व वीडियो के साथ व्हाट्सएप पर भी रिपोर्ट साझा की। उन्होंने कहा कि समस्या की जानकारी लगातार वरिष्ठ अधिकारियों को दी जा रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं मिला है।

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